Bharat Mein Kitane Prakaar Ke Mutual Fund Hain?

Mutual Fund कितने प्रकार की होते है और उनकी विशेषताएँ क्या होते है उसकी बारे जानेंगे आज की इस लेख के माध्यम से। इस लेख मे हम  जानेंगे की Bharat Mein Kitane Prakaar Ke Mutual Fund Hain? दोस्तों म्यूचूअल फंड क्या होते हे और वे कैसे काम करते है, इसके बारे मे शयड अब तक आप लोग जान सूके होंगे। इस लेख मे हम जानेंगे की म्यूचूअल फंड के प्रकार की बारे मे बिस्तार से। 

Bharat Mein Kitane Prakaar Ke Mutual Fund Hain?

Bharat Mein Kitane Prakaar Ke Mutual Fund Hain? | Different Types Of  Mutual Funds In India

म्यूचूअल फंड के बारे मे आप लोग तो शयाद सुने ही होंगे। म्यूचूअल फंड के बारे मे अगर कहे तो यह एक ऐसा फंड है जहा आप-मे तथा हमारे जैसे बहुत सारे लोगों के निवेश उस फंड मे होते है और एक फंड मैनेजर उस फंड को मैनेज करता है। म्यूचूअल फंड का एक खश बात यह है की यहा आप १०० रुपये से लेकर ५००,१००० रुपये नूनीयतम से भी इन्वेस्ट कर सकते हो। फंड मे इन्वेस्ट करके जब आप लंबे समय तक होल्ड करते है तो आपका मुनाफा हो सकते है, अगर फंड अच्छे से चला तो। दोस्तों म्यूचूअल फंड का कोई प्रकार होते है जहा आप इन्वेस्ट कर सकते हो। तो आइए जानते है की म्यूचूअल फंड कितने प्रकाय की होते है?

वास्तव में Mutual Fund को हम 2 प्रकार की आधार पर बात सकते है। जैसे की Asset की आधार पर और Structure  की आधार पर। 

Types Of Mutual Funds in India


Asset की आधार पर Mutual Fund की प्रकार   

Asset के आधार पर म्यूचूअल फंड को तीन (3) भागों मे बात सकते है। जैसे की -

  1. Equity Mutual Fund 
  2. Debt Mutual Fund 
  3. Hybrid Mutual Fund 

1. Equity Mutual Fund ( इक्विटी म्यूचुअल फंड ) 

इक्विटी ( Equity ) म्यूचुअल फंड वो म्यूचूअल फंड होते है जो अपने फंड को Stock Market मे इन्वेस्ट करते है। आप तो जानतेही होंगे की स्टॉक मार्केट मे बहुत सारे छोटे-बरे कंपनी होते है। अगर आप भी चाहते हो की आपके पैसे स्टॉक मार्केट मे बरे-बरे कंपनी मे इन्वेस्ट हो तब आप भी इस तरह की म्यूचूअल फंड मे अपने पैसे लगा चकते हो। लेकिन यहा रिस्क थोरा है, क्योंकि स्टॉक मार्केट की उथल-पथल के साथ- साथ आपका या तो उस फंड का ऊपर-नीचे हो चकते है। 

2. Debt Mutual Fund ( डेट म्यूचुअल फंड )

Debt ( डेट ) Mutual Fund वो म्यूचूअल फंड होते है जो अपने फंड को Bonds ( Government Bonds ) तथा Treasury Bills मे इन्वेस्ट करते है। अगर आप चाहते हो की आप की पैसे कोई कॉम्पनी मे इन्वेस्ट न होके चरकारी Bonds मे या तो treasury बिलस मे इन्वेस्ट हो तब आप इस टाइप के म्यूचूअल फंड मे अपना इनवेस्टमेंट चालू कर चकते हो। लेकिन यह भी ठीक है की इस टाइप के म्यूचूअल फंड मे अगर आप अपना पैसे इन्वेस्ट करते हो तो आपका risk भी काम रहेगा और आपको रिटर्न यानिकी लाभ भी कम होगा Equity म्यूचूअल फंड के तुलना मे। 

3. Hybrid Mutual Fund ( हाइब्रिड म्युचुअल फंड )

Hybrid ( हाइब्रिड ) Mutual Fund वो म्यूचूअल फंड होते है जो अपने फंड को Equity और Debt दोनों मे इन्वेस्ट करते है। अर्थात हाइब्रिड म्यूचुअल फंडको आप  इक्विटी म्यूचुअल फंड और डेट म्यूचुअल फंड का संयोजन भी कह चकते हो। अगर कोई इन्वेस्टर चाहते हे की वे अपने पेसो को Equity और Debt दोनों मे इन्वेस्ट करे तो उसके लिए Hybrid म्यूचूअल फंड सही  है।  Hybrid म्यूचूअल फंड मे आम तौर पर रिस्क (Risk) और रिटर्न ( Profit) Equity म्यूचूअल फंड से तो काम होते है लेकिन Debt म्यूचूअल फंड से ज्यादा होते है। 

ये हो गए आप की Asset की आधार पर तीन तरह की म्यूचूअल फंड की टाइप। अब आते है Structure की आधार पर कौन सा म्यूचूअल फंड आते है उसके बारे मे जाने। 

Structure की आधार पर Mutual Fund की प्रकार   

Structure के आधार पर भी म्यूचूअल फंड को तीन (3) भागों मे बात सकते है। जैसे की -

  1. Open Ended Mutual Fund ( ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड )
  2. Closed Ended Mutual Fund ( क्लोज्ड एंडेड म्यूचुअल फंड )
  3. Interval Funds ( अंतराल निधि )

1. Open Ended Mutual Fund ( ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड )

इस तरह की म्यूचूअल फंड मे हम जब चाहे तब इन्वेस्ट कर सकते है और जब चाहे अपने इनवेस्टमेंट को Sell यानिकी बेच चकते है। इसीलिए इसे Open Ended बोल गया है। 

2. Closed Ended Mutual Fund ( क्लोज्ड एंडेड म्यूचुअल फंड )

यह एक एसा म्यूचूअल फंड होते है जहा हम अपने मर्जी से न तो इन्वेस्ट कर चकते है न तो Sell कर चकते है। इस तरह की म्यूचूअल फंड मे इन्वेस्ट करने के लिए आपको सुरू से ही इन्वेस्ट करना परेगा और जब तक फंड की term ( टर्म ) खतम न हो जाए तब तक आपको hold करके बैठना होगा। अर्थात इस तरह की म्यूचूअल फंड मे आप जब चाहो तब न तो इन्वेस्ट कर चकते हो न तो निकाल चकते हो। 

3. Interval Funds ( अंतराल निधि )

यह एक एस फंड होते हे जहा हम इन्वेस्ट और sell तो कर चकते है, लेकिन एक खाश अंतराल ( Interval ) मे, जो की म्यूचूअल फंड हाउस तय करते है। और जब ऐसे म्यूचूअल फंड का interval खतम हो जाते है तब हम न तो इन्वेस्ट कर चकते है न तो sell कर चकते है। 



निष्कर्ष


तो दोस्तों इस लेख के माध्यम से हमने बिस्तार से जाना की mutual fund की बिभिन्न प्रकार के बारे मे। मुझे आशा है की म्यूचूअल फंड के बारे मे कुछ न कुछ तो बातो का ज्ञान आपको मिली होगी जो आगे जाके आप लोगों को सहायता प्रदान कर सकते है। अंत मे मे यही बताना चाहता हु की जब भी आप म्यूचूअल फंड मे इन्वेस्ट करने जाओ तो चोस समझ के ही इन्वेस्ट करना ही फायदेमंद होगा। 

Please Note : "Bharat Mein Kitane Prakaar Ke Mutual Fund Hain?" यह  जानकारी केवल  मात्र शिक्षा के उद्देश्य से है। निवेश करने से पहले अपने  बिसार - बुद्धि का प्रयोग करे और वित्तीय सलाहकार से विचार हमेशा करें।